लो साहब. पर्थ से फिर एक बुरी खबर आयी है. एक बार फिर हम हार गये.ऑस्ट्रेलिया में हमारी महान टीम का पिटना जारी है. हर मैच में हम पिट रहे हैं. बड़े- बड़े रिकार्ड धारियों से सजी टीम…कोई बल्लेबाजी में टॉप, कोई गेंदबाजी में..किसी के नाम सबसे ज्यादा शतकों का रिकार्ड है तो किसी के सिर पर सबसे ज्यादा मैच खेलने का ताज है. किसी को भारतरत्न देने की बात चल रही है, तो किसी को सेना में बड़ी-बड़ी रेंक दी जा रही हैं..लेकिन किसी की एक नहीं चल रही. आस्ट्रेलिया के सामने सब बौने साबित हो रहे हैं. ऐसे हार रहे हैं, जैसे तो टीम इंडिया नहीं..टीम मोहल्ला बल्लीमारान हो. इससे बढ़िया तो हमारे मोहल्ले के बच्चों कि टीम खेल लेती है. देशभक्त दर्शक हैरान-परेशान हैं…ये क्या हो रहा है. भावुक किस्म के लोग मन्दिर-मस्जिद में जाकर टीम की फॉर्म लौटने की दुआ कर रहे है. घिसे हुए पूर्व क्रिकेटर, जिन्होंने अपने करियर के दौरान कोई तीर नहीं मारा, मैदान में टिकने की बजाय जिन्होंने पेवेलियन में लौटने में ज्यादा रूचि दिखाई, वे चेंनलों के क्रिकेट एक्सपर्ट बनकर अपनी बेशकीमती राय और सुझाव दे रहे हैं. सचिन को ये करना चाहिए…उमेश को यहाँ पर टप्पा खिलाना चाहिए… पर हाय रे कलयुग, हमारे खिलाडी इनकी बेशकीमती बात पर गौर करने की बजाय गोकार्टिंग पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. टीम इंडिया के हारने का सिलसिला शुरू क्या हुआ…छुट्टे किस्म के लोगों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया..धोनी हटाओ…धोनी हटाओ. लेकिन इस मामले में अपुन धोनी के साथ हैं. धोनी भाई आप बिलकुल मत हटना..अपुन आपके कट्टर समर्थक हैं. वैसे भी ये आप और आपकी टीम ही है, जो हमारे जैसे अकिंचन लेखकों और पत्रकारों को लिखने के लिए कच्चा माल सप्लाई कर रही है. आपके द्वारा प्रदत्त कच्चे माल की बदोलत ही अख़बारों के कॉलम कुछ भरे-भरे दिखाई देते हैं. वरना तो नये साल में अन्ना के घर बैठने के साथ ही कलमकारों को मसाले का टोटा पड़ गया था. इसलिए धोनी भाई आप बिलकुल मत डरो, जमे रहो. ठीक उस चिकने घड़े टाइप मंत्री की तरह, जो विपक्षियों के लाख मांगने पर भी इस्तीफा नहीं देता. वैसे कोई कुछ भी कहे आप महान है. पिछले पच्चीस सालों से जब भी वर्ल्ड कप की बात चलती थी, कपिल देव और उनकी ब्लैक एंड व्हाइट टाईप की टीम की फोटो ही दिखाई देती थी, बिलकुल आउटडेटिड. वो तो आप ही हैं धोनी महाराज, जिनके प्रबल प्रताप से यह फोटो बदली और उसके स्थान पर आपकी और आपके धुरंधरों की चमकदार रंगीन फोटो अखबारों-पत्रिकाओं में चस्पा हुई. वर्ल्ड कप रुपी जिस सुन्दरी का वरण करने में इंडिया के बड़े-बड़े उस्ताद नाकाम साबित हुए, उसे आपने एक झटके में ही वर लिया. इतना बड़ा काम करने के बाद भी अब लोग आपको लानत भेज रहे हैं, आपको जिम्मेदार बता रहे हैं.कितने गैर जिम्मेदार हैं ये लोग… भगवान् इन दुर्बुद्धि कृतघ्नों को सदबुद्धि दे. खेल में हार-जीत तो लगी ही रहती है. और वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट जीतने के बाद 2 -3 साल तक तो हारना बनता ही है..क्यों बनता है ना….
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